हम सब को पसीना आता है जाहिर हैं इसके पीछे कुछ न कुछ कारण जरूर होगा क्योंकि हमारा शरीर बिना कारण के कुछ नही करता है, हमे बहुत सारी अलग-अलग हालातो में पसीना आ सकता पर जब हम सबसे ज्यादा पसीना आता है वो एक्सरसाइज करते वक़्त, जब हम एक्सरसाइज करते हैं और अपनी तेजी बढ़ते है वैसे वैसे हमारे मसल्स को ज्यादा काम करना पड़ता है जिसकी वजह से उन्हें ज्यादा ऊर्जा की जरूरत पड़ती है, इस ऊर्जा की कमी को पूरा करने के लिए हमारे शरीर में कुछ कैमिकल रिएक्शन तेजी से होते है, जिसके कारण हमारे शरीर में गर्मी पैदा होती है ज्यादा गर्मी हमारे शरीर के लिए अच्छी नाइ है तो इसलिए इस गर्मी को कम करने के लिए हमारे शरीर को ठंडा करने के लिए हमारा शरीर पसीना छोड़ता है।

क्या आप जानते हैं कि पसीने की कोई गंध नही होती है, जब हमारे शरीर के बैक्टेरिया हमारे पसीने से मिल जाते हैं तब हमारे पसीने से बदबू आती है, वही शरीर में पानी की कमी होने से भी बदबू आती है, इसके अलावा पसीने से बदबू आने के और भी कारण हो सकते है जैसे कि-:
तनाव की वजह से – तनाव में होने की वजह से हमारा शरीर बहुत अधिक मात्रा में पसीना छोड़ता है इस दौरान शरीर में कॉर्टिसॉल नाम का हार्मोन बनता है, जिसकी वजह से ऐसा होता है, ज्यादा मात्रा में निकला पसीना बैक्टिरिया के संपर्क में आने के बाद बदबू देता हैं।
कपड़ो की वजह से – सिंथेटिक कपड़े पसीना नही सोख पाते हैं, जबकि कॉटन फैब्रिक बहुत जल्दी पसीना सोखते हैं, यदि आपको बहुत अधिक पसीना आता है तो आप रायन और पॉलीस्टर जैसे कपड़ो को पहने से बचे। पसीना न सूखने से इस जगह बैक्टीरिया पनपने लगते है जिससे उस जगह बदबू आने लगती है।
इत्र की वजह से – आपको यकीन ना हो लेकिन जो सेंट आप आप इस्तेमाल करते हो उसकी वजह से भी आपके पसीने में बदबू आती हैं, हालांकि ये केवल उन्ही सेंट के साथ होता है जिसमे एंटीबैक्टेरियल गुण नही होते है, ऐसी इस्थिति मैं बैक्टेरिया पनपने लगते है और बदबू आने लगती है।
दवाइयों के बहुफ अधिक इस्तेमाल से- अगर आप बहुत अधिक दवाई लेते है तो इसका असर आपके शरीर के बदबू पर भी पड़ेगा ,दवाइयों में मौजूद रासायनिक तत्व शरीर की गंध को बढते है ऐसे मैं पसीने की गंध और भी बढ़ जाती है।
मसालेदार खाना से- अगर आप बहुत अधिक मसालेदार खाना खाते है तो भी आपके शरीर से एक गंध आने लगती है, ये गंध पसीने से मिलकर बदबू देने लगती है।
हमारी त्वचा के नीचे पसीना छोड़ने वाले स्वेट ग्लैंड्स हमेसा मौजूद होते है और जब भी हमारे शरीर में गर्मी बढ़ती है तो हमारे दिमाग में मौजूद ह्यपोथआलमउस जो हमारे पूरे शरीर के तापमान को रेगुलेट करता है इन स्वेट ग्लांस को सिग्नल देता हैं, और सिग्नल के बाद ये स्वेट ग्लांस हमारी त्वचा पे पसीनो की बूंदे छोड़ती है और पसीने के सूखते ही एवेपोरेशन कज मदद से हमारा शरीर ठंडा होने लगता है।