स्ट्राबेरी और काजू ऐसे फल हैं जिनके बीज फल के बाहर होते है……

अगर देखा जाए तो लगभग सारे फलों के बीज फल के अंदर ही होते हैं लेकिन स्ट्रॉबेरी और काजू यह दोनों फलों के बीज फल के बाहरी हिस्से में होते हैं स्ट्रॉबेरी के बीज इनके स्किन पर चिपके हुए होते हैं एक स्ट्रॉबेरी में 200 से ज्यादा बीज होते हैं यानी एक ही स्ट्रॉबेरी से आप पूरा स्ट्रॉबेरी का बगिया लगा सकते हैं काजू एक सूखा फल होता है जो बीज के अंदर का हिस्सा होता है यह फल से बीज बाहर की ओर रहता है फल के अंदर कोई बीज ना होने के कारण यह काफी रसीला होता है।

आप सभी तो जानते ही होंगे कि स्ट्रॉबेरी कितना स्वादिष्ट फल है, लेकिन यहां पर स्वादिष्ट होने के साथ-साथ आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है और यह फल आपके शरीर को अलग-अलग बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है। अगर आप अपने दांतो को सफेद और चमकदार बनाना चाहते हो तो स्ट्रॉबेरी खाये क्योंकि स्ट्रॉबेरी में विटामिन सी होता है जो आपके दांतो के बीच जमी पलक को तोड़ देता है जिससे आपके दांत पहले से ज्यादा सफेदी आ जाती है इस फल को खाने से दिल की बीमारी होने का भी खतरा कम होता है इसमें पोटेशियम तत्व होता है जो कि हार्टअटैक के रिस्क को कम करता है। हमारी उम्र इसलिए बढ़ती है क्योंकि हमारे शरीर में कोशिकाओं की उम्र बढ़ती है लेकिन स्ट्रॉबेरीज खाने से हम इस प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं स्ट्रॉबेरी एक मजबूत एंटी ऑक्सीजन होता है जो आपके शरीर में उम्र बढ़ने वाले उन तत्वों से लड़ता है और उम्र बढ़ने की गति को धीमा करता है।

1560 और 1565 के बीच पुर्तगाली लोगो के द्वारा काजू के पेड़ को गोवा भारत में उगाया गया वहां से या पूरे दक्षिण पूर्व एशिया और उत्तर अफ्रीका में फैल गया भारत काजू का सबसे बड़ा एकल उत्पादक है जबकि पश्चिम अफ्रीका मुख्य रूप से आईवरी कोस्ट, बेनिन और गिनी बिसाऊ सबसे बड़ा क्षेत्र निर्माता है। काजू का उत्पादन उष्णकटिबंधीय देशों में किया जाता है। काजू का पेड़ बड़ा और सदाबहार होता है जिसकी लंबाई 14 मीटर तक होती है जो छोटे अनियमित आकार के डालो के साथ होता है काजू का असली रूप एक किडनी के आकार का होता है जो काजू फल के अंत में उगता है। काजू के प्रति 100 ग्राम में 553 कैलोरी होती है। काजू में लगभग 21% प्रोटीन 46% वसा और 25% का कार्बोहाइड्रेट होता है। पश्चिमी देशों में काजू मुख्य रूप से प्रीमियम गुणवत्ता वाले स्नैक फूड के रूप में खाया जाता है, जिसमें एक समृद्ध स्वादिष्ट स्वाद होता है। काजू को काजू पनीर या काजू मक्खन में भी संसाधित किया जा सकता है, जो मूंगफली का मक्खन के समान है। काजू के फल को ताजा खाया जा सकता है। इसका उपयोग भारत और ब्राज़ील जैसे कुछ देशों में चटनी और जाम बनाने के लिए भी किया जाता है। काजू नट्स की श्रेणी में रखा जाता है और नट्स शरीर को कई मायनों में फायदा पहुंचाने का काम करते हैं ह्रदय के स्वस्थ को बरकरार रखने के लिए भी नट्स महत्वपूर्ण माने जाते हैं इनमें बायो एक्टिव मैक्रोन्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं जो हृदय को स्वस्थ रखने का काम करते हैं।

Amit Shrivastava

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