हैमिंग बर्ड जिसे हम हिंदी में गुंजन पच्छी भी कहते है, ये पच्छी दुनिया की सबसे छोटी और अपने विपरीत या पीछे की दिशा में उड़ने वाला एकमात्र पच्छी है। गुंजन पच्छी बहुत ही खूबसूरत लगती हैं तथा पल-पल मै रंग बदलते रहती हैं। ये दुनिया की अकेली ऐसी बर्ड है जो दायें, बायें, आगे, पीछे किसी भी दिशा में उड़ सकती है, यह पच्छी 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकती हैं, और 60 मील की दूरी से डाइव लगा सकती है। ये छोटे कीड़े भी खाते हैं जिनसे इन्हें प्रोटीन मिलता है, हँमिंग बर्ड 4 से 5 साल तक जिंदा रहती है ये अक्सर सांप या उल्लू का शिकार बन जाती हैं। गुंजन पच्छी मुख्यता फूलो का रस पीती हैं ये दिनभर में 1000 फूलो का जूस पी सकती हैं। फूलो का रस पीते समय 22 से 72 बार अपने पंख फड़फाड़ते हुए एक ही जगह पर उड़ती रहती हैं। इन्हें लाल और नारंगी रंग के ट्यूब आकर वाले फूल पसंद है जिनमें इनकी चोंच आसानी से चले जाती हैं। ये अपने शरीर के वजन का 50% तक का खाना खा सकती है।

गुंजन पच्छी की सबसे छोटी प्रजाति का साइज 2.25 इंच तक हो सकता है ये इतना छोटा होता है कई सालो तक इसे कीड़े की ही प्रजाती में रखा गया था। इस समय पूरी दुनिया में हमिंग बर्ड की 325 से भी अधिक प्रजाती पायी जाती हैं इन पच्छीयो को खुशबू और बदबू महसूस नही होती हैं क्योंकि इसमें सेंस ऑफ स्मेल नही होती हैं।
गुंजन पच्छी का दिल एक मिनेट में 1260 बार से ज्यादा धड़कता है जो इस दुनिया के किसी भी प्राणी से ज्यादा है, शरीर के हिसाब से देखे तो हमिंग बर्ड का दिमाग दुनिया के सारे पच्छीयो से बड़ा हैं इसके दिमाग का वजन इसके शरीर के वजन का 4.2% होता है। इनके पैर बहुत ही कमजोर होते है इसलिए ये बहुत मुश्किल से खड़े हो पाते है ऐसा इसलिए होता है ताकि इनके पैर का वजन कम रहे और ये आसानी से तेजी से उड़ सके, लेकिन ये अपने पैरों की मदद से पेड़ की टहनियों को पकड़ सकती है और खड़े खड़े सो सकती है।

गुजन पच्छी की चोंच आगे से थोड़ी मुड़ी हुई और लचीली होती है, जिससे इन्हें फूलो के पराग पीती है इनकी जीभ लंबी और डब्लू आकर की दो भागो में बंटी होती है तथा इनके जीभ मैं छोटे छोटे बाल होते है जो फूलो के पराग पीने में मदद करती हैं।
गुंजन पच्छी को पंछियो का हेलीकॉप्टर भी कहा जाता है ऐसा इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि ये उड़ते वक़्त हवा में हेलिकॉप्टर की तरह एक जगह पर रुक सकता है, यह ऐसा इसलिए कर पाता हैं क्योंकि ये अपने पंखों को 360 डिग्र्री की दिशा में घूम सकता है ऐसा करने वाला ये एकलौता पच्छी है।
गुंजन पच्छी जब सोते है तो अपनी ऊर्जा बचने के लिए या आहार की कमी से ये हैबर्नेशन में चले जाते हैं तो इसका मेटाबोलिक सिस्टम आम दिनों के मुकाबले कम काम करता है।