मार्स यानी मंगल ग्रह हमारे सूर्य मंडल का चौथा ग्रह है मार्श ग्रह का नाम युद्ध के देवता के ऊपर रखा गया है इस ग्रह के लाल रंग की वजह से इसे लाल ग्रह भी कहा जाता है मंगल ग्रह में काफी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड होता है, मंगल ग्रह को सबसे पहले १६०६ में गैलेलिओ गैलीली ने टेलिस्कोप की सहायता से देखा था। गैलेलिओ गैलीली पहले व्यक्ति थे जिन्होंने आसमान , चन्द्रमा ,तारे , और प्लेनेट के बारे में अपना ऑब्जरवेशन दिया था।

मंगल ग्रह से संबंधित रोचक तथ्य के बारे में बात करेंगे:-
1. मरक्यूरी के बाद मंगल ग्रह हमारे सौरमंडल का दूसरा सबसे छोटा ग्रह है।
2. मंगल ग्रह का वायुमंडल इतना कमजोर है कि अंतरिक्ष से मंगल ग्रह पर रेडियोएक्टिव किरणों की भारी बौछार होती रहती है।
३. मार्स की सतह का लाल, नारंगी रंग लोहा आयरन के कारण है जिसे सामान्यतः आयरन ऑक्साइड के रूप में जाना जाता है।
4 सिलिकॉन और ऑक्सीजन के अलावा मंगल के वायुमंडल में पाए जाने वाले तत्व है लोहा, मैग्नीशियम, एल्यूमीनियम, कैल्शियम और पोटेशियम है।
५. मार्स पर कोई महासागर ना होने की वजह से उसका कोई समुद्री स्तर ही नहीं है।
६. मार्स को पृथ्वी से नंगी आंखों से देखा जा सकता है।
७. मंगल ग्रह पृथ्वी की तुलना में सूर्य से 8 गुना ज्यादा दूर है परिणाम स्वरूप मात्र 40% सूर्य प्रकाश की मात्रा ही मंगल पर पहुंच पाती है।
८. मार्स 687 दिनों में सूर्य का एक चक्कर पूरा करता है इसलिए मंगल का 1 साल धरती के लगभग 2 साल के बराबर होता है।
९. मार्श का व्यास पृथ्वी के व्यास का लगभग आधा है।
१०. मंगल का वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन, आर्गन से बना है ऑक्सीजन और पानी की मात्रा ना होने के कारण इस ग्रह पर जीवन मुश्किल है।
११. सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी मंगल ग्रह पर मौजूद है यह ज्वालामुखी का नाम ओलंपस मोन्स है और यह ज्वालामुखी माउंट एवरेस्ट से 3 गुना बड़ा है।
१२. मार्स का औसतन तापमान -55 डिग्री सेल्सियस है सर्दियों के दौरान यहां पर तापमान माइनस 87 डिग्री सेल्सियस हो जाता है जबकि गर्मियों के मौसम में यहां पर माइनस 5 डिग्री तापमान हो जाता है।
१३. मंगल के वातावरण का घनत्व धरती की तुलना में बेहद कम है।
१४. मंगल की सतह पर धूल भरे तूफान उठते रहते है ,कभी-कभी यह तूफान पूरे मंगल ग्रह को ही ढक लेता है।

१५. मंगल का अक्षीय झुकाव २५.१९ है जो कि पृथ्वी के झुकाव के बराबर है।
१६. मंगल का 1 दिन 24 घंटे से ज्यादा का होता है।
१७. मंगल की ऋतु , पृथ्वी के जैसी हैं हालांकि मंगल पर यह रितु पृथ्वी से 2 गुना ज्यादा लंबी है।
१८. मार्स के दो चंद्रमा है इनके नाम फोबोस और डीमोस है। फोबोस , डीमोस से थोड़ा बड़ा है ,यह दोनों छोटे और अनियमित आकार के हैं।
१९. फोबोस ग्रह वो धीरे-धीरे मंगल की ओर झुक रहा है हर 100 साल में यह मंगल की ओर 1.8 मीटर छूक जाता है ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है ५ करोड़ साल में यह ग्रह मंगल से टकरा जाएगा या फिर टूट जाएगा और मंगल के चारों ओर एक घेरा बना लेगा।
२०. फोबोस का गुरुत्वाकर्षण बल धरती के गुरुत्वाकर्षण का 1000 वां हिस्सा है इसे हम कुछ ऐसे समझ सकते हैं कि अगर धरती पर किसी व्यक्ति का वजन 59 किलो है तो फोबोस पर उसका वजन हो 55 से 59 ग्राम होगा।
२१.मार्स का गुरुत्वाकर्षण धरती के गुरुत्वाकर्षण का एक तिहाई है यानी यदि किसी व्यक्ति का वजन धरती पर 100 किलो है तो मंगल पर कम गुरुत्वाकर्षण के कारण उसका वजन मात्र 33 किलो ही रह जाएगा।
२२. कम गुरुत्वाकर्षण के कारण यदि मंगल पर कोई चीज फेंके तो वह धरती के मुकाबले बहुत धीमी रफ्तार से गिरेगी।
२३. मंगल ग्रह की सतह और पत्थर एकदम धरती की सतह और पत्थर जैसे ही है वैज्ञानिकों का कहना है कि मंगल के वातावरण का बहुत ठंडा होने के बावजूद धरती पर मौजूद बैक्टीरिया वहां पर जीवित रह सकते हैं।