आज जानते हैं WWE के सुपरस्टार जॉन सीना के बारे में-:
जॉन सीना WWE के सुपरस्टार माने जाते हैं,तथा उनकी फैन पूरी दुनिया में है। भारत में जॉन सिन्हा काफी फेमस है जॉन सिन्हा का जन्म सन 23 अप्रैल 1977 में हुआ था। जॉन सीना एक रेसलर,बॉडी बिल्डर, तथा एक्टर भी है।
जॉन सीना के बारे में बता दें तो WWE में उन्होंने 1999 में कदम रखा था। उस समय जॉन सीना का नाम यह नहीं था जब उन्होंने WWE में कदम रखा था। तब उनका नाम प्रोटोटाइप था। उनको आधा रोबोट और आधा इंसान के रूप मेें जाना जाता था। लेकिन WWE में आने के बाद जॉन सीना इस क्षेत्र में बहुत पॉपुलर हो गए। और असली नाम दुनिया के सामने लाए जो जॉन हेलिक्स एंथनी सीना के नाम से जाना जाता है।
जॉन सीना को मकड़ियों से डर लगता है-:
जॉन सीना ने अपने फैन को यह बताया कि उनको मकड़ियों से बहुत डर लगता है! तथा उनके जैसे और भी जीवो से डर लगता है। उन्होंने बताया कि उन्हें एक बीमारी है जो छोटे जीवो से डराती है। डब्ल्यूडब्ल्यूई के सुपरस्टार होने के बावजूद भी उन्हें छोटी मकड़ियों से डर लगता है। वह जब मकड़ियों को देखते हैं तो उनका शरीर कांपने लगता है। और उन्हें देखने का मन नहीं करता है।

जॉन सीना को जब स्कूल टाइम में उनके सीनियर उन्हें तंग करते थे। तब उनसे बचने और उससे निपटने के लिए बॉडी बिल्डिंग शुरू की थी। और सन 2012 में उन्होंने सुपरस्टार ऑफ द ईयर का अवार्ड जीता था। जॉन सीना अपने लाइफ में बहुत सारे अवार्ड जीत चुके हैं।
बता दें कि WWE में फेमस होने वाले जॉन सीना हॉलीवुड में 100 से अधिक फिल्मों पर काम कर चुके हैं। उनकी पहली हॉलीवुड फिल्म 2006 में आई थी। जिसका नाम मरीन था। और सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई थी। बाद में 2008 में द राउंड्स एवं 2010 में लीजेंडरी पर काम किया था। तथा जॉन सीना ने हॉलीवुड में बहुत सारे अवार्ड हासिल किए हैं।
जॉन सीना को पुरानी कारें बहुत पसंद है। उनके पास 20 से अधिक पुरानी कारें है। जॉन सीना के शरीर पर एक भी टैटू नहीं है। जॉन सीना अपनी एक टीवी शो के दौरान दर्शकों से बताए थे। की उनकी मां के चलते उन्होंने अपने शरीर पर टैटू नहीं बनवाए हैं।उनकी मां को टैटू रखना पसंद नहीं है। इसलिए उनकी मां नाराज ना हो इसलिए आज तक जॉन सीना ने अपने शरीर पर कोई भी टैटू नहीं बनवाया है। वे अपने मां से बहुत प्यार करते हैं।
जॉन सीना बिल्डर्स के क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली माने जाते हैं। तथा वह बच्चों से बहुत प्यार करते हैं। 400 से ज्यादा बच्चों का वह विश पूरा किए है। जो अलग अलग बीमारियों से ग्रस्त हैं।।