कंप्यूटर कीबोर्ड एक प्रमुख इनपुट डिवाइस होता है। जिसका उपयोग कंप्यूटर को निर्देश देने तथा टाइपिंग करने के लिए किया जाता है। कीबोर्ड के ऊपर कुंजी रहते हैं, जिन्हें दबाने पर अक्षर चिन्ह तथा विशेष कमांड्स निष्पादित होती है। कीबोर्ड के बिना मॉनिटर एक खाली डिब्बा के समान है। आजकल वर्तमान युग में लैपटॉप बहुत ज्यादा चल रहा है। जिसमें कीबोर्ड पहले से मौजूद होता है,और डेक्सटॉप में कीबोर्ड अलग से लगाना पड़ता है आइए जानते हैं कि बोर्ड के कुछ खास फीचर के बारे में :-
कीबोर्ड का आविष्कार किसने किया!
एक अमेरिकी न्यूजपेपर पब्लिशर माननीय Christopher Latham Sholes ने QWERTY कीबोर्ड का आविष्कार किया था। दुनिया का पहला टाइपराइटर बनाने में भी इनकी मुख्य भूमिका थी। तथा कीबोर्ड का सर्वप्रथम प्रयोग सन 1968 में किया गया था।
कीबोर्ड में कुल 104 keys होती हैं।
तथा इनकी संख्या कीबोर्ड मैन्युफैक्चर और ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भर करती है,इसलिए हम कह सकते हैं कि एक QWERTY कीबोर्ड में लगभग 100 Keys होती है।

कीबोर्ड में मौजूद एक कुंजी का अपना विशेष कार्य होता है। और इसी कारण के आधार पर इनको निम्न वर्गों में बांटा गया है जिनका वर्णन निम्न है।
Function keys
Typing keys
Control keys
Navigation keys
Indicator lights
Numberic keypad
कीबोर्ड दो प्रकार के होते हैं,एक QWERTY कीबोर्ड और दूसरा NoN QWERTYकीबोर्ड ।
QWERTY keyboard
यह सबसे ज्यादा प्रचलित और उपयोग होने वाला कीबोर्ड है।इसे दुनिया भर में अपनाया जाता है। और आधुनिक कंप्यूटर कीबोर्ड में इसी का इस्तेमाल भी किया जाता है।
१.QWERTY पर आधारित कुछ अन्य कीबोर्ड
QWERTY
QWERTZ
AZERTY
QZERTY
२.Non- QWERTY कीबोर्ड
जिन कीबोर्ड में QWERTY kyes का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। उन्हे Non-QWERTY कीबोर्ड कहते है कुछ Non-QWERTY कीबोर्ड है।
Dvork
Colemak
Workman
कीबोर्ड को QWERTY कीबोर्ड क्यों कहा जाता है :-
आइए जानते हैं कि कीबोर्ड को QWERTY कीबोर्ड क्यों कहा जाता है। बता दे की कीबोर्ड को पुराने टाइपराइटर से लिया गया है।क्योंकि कीबोर्ड के keys QWERTY से शुरू होते हैं। जब क्रिस्टो ग्राफर लेथम सोलेज ABCD क्रम वाले टाइपराइटर पर काम कर रहे थे। उन्होंने एक खामी का पता चला जिसे टाइपराइटर में बटन पर एक धातु की छड़ के सहारे दबाए जाते थे। और जब बटनो को सीधे क्रम में लगाया गया तो ABCDEF फॉर्मेट में वह बटन जाम हो जा रहे थे। और ऐसे होने की वजह से keys दबाने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा था। जिसके वजह से जल्दी टाइप करना नामुमकिन था।और उस समय टाइपराइटर में बैक स्पेस का बटन नहीं दिया गया था। यही वजह है, कि आपके कीबोर्ड में QWERTY शब्दो का इस्तेमाल किया गया। ताकि आपको टाइप करने में आसानी रहे।