आज हम बताएंगे कि मरने के बाद भी कुछ समय तक दिमाग का कुछ हिस्सा जिंदा रहता है। शोधकर्ता ने पाया कि दिल का धड़कन बंद होने के बाद भी दिमाग का कुछ हिस्सा जिंदा रहता है। दूसरे शब्दों में कहें तो मरने के बाद भी आदमी की चेतना बनी हुई रहती है। इसका मतलब यह होगा कि मरे हुए व्यक्ति को यह ज्ञात होगा कि उसके साथ अभी क्या हो रहा है।
मरने के बाद भी सुनने की क्षमता जिंदा रहती है :-
शोधकर्ताओं ने यह पाया है कि,मरने के बाद भी वह इंसान जिसे डॉक्टर ने मरने की घोषणा की वह आदमी उस आवाज को सुन सकता है। मरने के बाद इंसान की सोचने की शक्ति धीमी पड़ने लगती है। लेकिन दिल के रुकने के बाद भी दिमाग की कोशिकाएं कुछ घंटे तक जीवित रहती हैं।
जब इंसान की मौत होती है। तो उसका शरीर का एक-एक कोशिकाएं काम करना बंद करती जाती ह। जो सबसे लास्ट में कान का सुनाई पड़ना बंद होता है।
इससे यह पता चलता है, कि जब इंसान की मौत होती है। तो उसके आस पास जो भी हलचल होती है, उस समय उस इंसान को पता रहता है,कि वहा पे क्या हो रहा है, क्योंकि उसका दिमाग कुछ घंटों के लिए सक्रिय होता है।
दिल का धड़कना बंद होना। तथा दिमाग का सक्रिय होना, एक बहुत ही बड़ा रहस्य है। क्योंकि इस बात को ऐसे बहुत कम लोग है जो नहीं मानेंगे,लेकिन शोध के अनुसार जब दिल का धड़कना बंद हो जाए, तो उस शरीर का एक-एक करके धीरे धीरे कोसिकाय बंद होना चालू कर देती है। दिमाग की कोशिकाएं बंद होने में कुछ घंटे का समय लगता है। जिसमें मृत व्यक्ति को यह पता रहता है, कि वहां पर क्या हल-चल चल हो रही है। तथा हमने पहले ही बताया कि सुनने की शक्ति सबसे लास्ट में खत्म होती है। तो बात जाहिर है कि मृत व्यक्ति कुछ समय तक सुनाई देने वाले आवाज को भी सुन सकता है।
जब इंसान की मृत्यु होती है, तो पहले दिमाग से निचली हिस्सा काम करना बंद करती है, जिसके कुछ घंटों बाद दिमाग की कोशिकाएं रुकना प्रारंभ हो जाती हैं।
हमें यह तो नहीं पता कि मरने के बाद क्या होता है। लेकिन जब इंसान की मृत्यु होती है, तो कुछ समय तक वह सब कुछ जानता है। तथा यह भी जानता है कि उसकी मृत्यु हो चुकी है। क्योंकि उस समय उसका दिमाग सक्रिय अवस्था में रहता है जिससे उसको सारी चीजें याद रहती है।
दिमाग की कुछ कोशिकाएं सक्रिय होती है।
जैसे-आंख,नाक,कान ,सोचने की शक्ति,तथा बीते हुए कल को याद रखने की शक्ति, कुछ समय तक हमारे दिमाग में स्थित रहती है। जब तक शरीर का हर हिस्सा काम करना बंद ना कर दे। मृत व्यक्ति को बीते हुए कल तथा बीते हुए पल अपने दिमाग में संचित करके रखता है। जो कुछ समय के लिए उसे याद रहता है। लेकिन वह मृत व्यक्ति उस समय जानता है। कि वह मर चुका है और वह कुछ नहीं कर सकता।
धीरे-धीरे करके हर एक हिस्सा तथा कोशिका बंद हो जाती हैं। जिससे जो भी उसके दिमाग में संचित और स्थित रहता है। वह बंद हो जाते हैं।
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