
ऐसे इजात हुई कट, कॉपी और पेस्ट टेकनिक
लैरी टेस्लर ने PARC में ही कट, कॉपी और पेस्ट डेवेलप किया। हालांकि बाद में ये कट, कॉपी और पेस्ट का कॉन्सेप्ट कंप्यूटर के इंटरफेस और टेक्स्ट एडिटर्स के लिए आ गया। जिस PARC कंपनी नें लैरी काम करते थे उसे ही शुरुआती ग्राफिकल यूजर इंटरफेस और माउस नेविगेशन का क्रेडिट जाता है।
गौरतलब है कि ऐपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने भी PARC के इस रिसर्च को ऐपल प्रोडक्ट्स को बेहतर करने के लिए इस्तेमाल किया था। बताया जाता है कि जब स्टीव जॉब्स उनकी कंपनी Xerox आए थे तो उनकी टीम में लैरी टेस्लर भी वहां मौजूद थे।
इस दुनिया में जिसने भी कंप्यूटर या स्मार्टफोन यूज किया है उन्होंने कंट्रोल सी (Ctrl+C) और कंट्रोल वी (Ctrl+V) का प्रयोग किया होगा। कंप्यूटर यूज करने के दौरान इन दोनों Key का काफी बार इस्तेमाल होता है। इन दोनों Key का आविष्कार करने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर लॉरी टेस्लर का 74 साल की उम्र में निधन हो गया है।
लॉरी टेस्लर ने 1960 में अमेरिका के सिलिकॉन वैली में कंप्यूटर इंजीनियर के तौर पर काम करना शुरू किया था। उन्होंने अपने काम को सरल बनाने के लिए कंप्यूटर में Ctrl+C और Ctrl+V कमांड का ईजाद किया था।
लॉरी टेस्लर ने करियर के शुरुआती दिनों में काफी वक्त जेरॉक्स (Xerox) कंपनी में बिताया था। जेरॉक्स में रहते हुए लॉरी ने Ctrl+C और Ctrl+V कमांड की खोज की थी। लॉरी के निधन पर जेरॉक्स ने ट्वीट कर उनके खोज की सराहना करते हुए दुख जताया है।
लॉरी टेस्लर का जन्म 1945 में न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। उन्होंने कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की थी। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद लॉरी ने कंप्यूटर यूज को सरल बनाने वाले सिस्टम इंटरफेस डिजाइन में विशेषज्ञता हासिल की थी।
अपने लंबे करियर में लॉरी ने कई टेक फर्म के लिए काम किया। उन्होंने जेरॉक्स पालो अल्टो रिसर्च सेंटर में अच्छा खास वक्त बिताने के बाद स्टीव जॉब्स के बुलावा पर Apple ज्वाइन कर लिया था, जहां उन्होंने मुख्य रिसर्चर के तौर पर 17 साल बिताए। Apple छोड़ने के बाद लॉरी ने शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े और कुछ दिन ऐमजॉन और याहू के लिए काम किया।
