आज अक्सर लोग अपनी ज़िंदगी में थके हुए, उदास, निराश नजर आते हैं। बहुत से लोग हैं जो रोज काम कर कर के थक जाते हैं। उनका कुछ करने का ही मन नहीं होता। छोटे-मोटे काम में भी बोर लगने लगते हैं। ऐसा महसूस होता है कि जैसे शरीर में जान ही नहीं है। तथा शरीर भारी भी महसूस होने लगता है।
अक्सर लोग अपने कामों तथा लाइफ को अपनी थकान का कारण मानते हैं। मेडिकल साइंस का कहना है कि इंसान अक्सर दोपहर के 2 बजे और रात के 2 बजे सबसे ज्यादा थकान महसूस करता है।
आजकल की लाइफस्टाइल में लोगों को खुद के लिए समय नहीं मिल पा रहा है और काम के चलते थकान बनी रहती है। लेकिन हमेशा थकान महसूस करने की वजह कुछ गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।
आइए आज जानते हैं उस बीमारियों के बारे में!

थकान से बचने के लिए अपने दिनचर्या में बदलाव करें। पूरी नींद लें, अपनी सोशल साइट को थोड़ा कम करें। और अपने लिए भी समय निकालें। ज्यादा से ज्यादा पानी पियें, अल्कोहल से दूर रहें। अगर इसके बाद भी आप थकान महसूस करते हैं तो आपको डॉक्टर से मिलने की जरूरत है। हमेशा थकान बने रहने की बजाय आपको आगे बहुत बड़ी बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।
दोपहर के समय दिन में न सोने से कुछ हद तक सेहतमंद रहा जा सकता है। दोपहर में अक्सर खाना खाने के बाद जोरदार नींद महसूस करते हैं। काम या ऑफिस में होने के चलते दोपहर के भोजन के बाद नींद नहीं मिल पाती है। ऐसे में सुस्ती बढ़ जाती है, पर यह सच है कि दोपहर की नींद से आलस दूर हो है। और हम तनाव मुक्त भी लगने लगता है। साइकलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर का कहना है कि दोपहर में सोने से आलस दूर होता है। और प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाने में भी दोपहर की नींद लेना हमारे लिए फायदेमंद साबित होता है। जो लोग दिन के समय सोते हैं, उनमें दिल की बीमारी का खतरा और लोगो के मुकाबले कम होता है।
कमजोरी :- शारीरिक कमजोरी भी थकान और आलस का बहुत बड़ा कारण है। कमजोरी के कारण हमारे दिनचर्या में को काम करते है।उसमे हमें जल्द थकान महसूस होती है। शरीर में बीमारी या अन्य कारणों से कमजोरी आती है और हमेशा आलस बना रहती है।
क्या हैं कमजोरी के लक्षण?

शारीरिक कमजोरी थकान के अलावा सिर दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, काम में मन न लगना जैसे लक्षण हो सकते हैं।
थकान गंभीर बीमारियों का एक सामान्य लक्षण है, लेकिन ज्यादातर मामलों में यह साधारण जीवन में स्वस्थ पे ध्यान न देने के कारण होता है।
1. बहुत अधिक रिफाइंड कार्ब्स के सेवन से अस्थिर रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, जिससे आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं। पूरे खाद्य पदार्थों का चयन करें जो आपके रक्त शर्करा को न्यूनतम रूप से प्रभावित करते हैं।
2. एक अच्छा जिंदगी जीना गतिहीन होने से स्वस्थ लोगों में थकान हो सकती है, साथ ही वह थकान सिंड्रोम या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोग भी हो सकती है। अधिक सक्रिय होने से ऊर्जा का स्तर बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
अपनी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने के लिए, गतिहीन व्यवहारों को सक्रिय लोगों के साथ बदलें।जब भी संभव हो, बैठने की बजाय खड़े हो जाएं, लिफ्ट की बजाय सीढ़ियां लें और कम दूरी की ड्राइविंग के बजाय पैदल चलें।
3. उच्च गुणवत्ता वाली नींद नहीं लेना – अपर्याप्त या खराब गुणवत्ता वाली नींद थकान का एक सामान्य कारण है। कई घंटे की नींद लेने से आपके शरीर में आलस पैदा होता है, जिससे आप दिन के दौरान थकान महसूस करते हैं।
वयस्कों को स्वास्थ्य के लिए प्रति दिन, लगभग सात घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। तथा हमें हमेशा तनाव मुक्त रहना है इसके लिए हमें अपनी दिनचर्या को बदलना पड़ेगा । उसमे बदलाव लाना पड़ेगा तभी हम स्वस्थ रह सकते हैं।