देश में कोरोना वायरस तेजी से बड़ रहा है। कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए देशभर में से सहयोग के लिए सभी हाथ आगे बढ़ा रहे हैं। हर कोई मदद करना चाहता है। जिससे लोगों की मदद की जा सके जिसमे सरकारी तथा निजी संस्थान भी इसके लिए मदद के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीआरपीएफ जवानों ने भी मदद करने के लिए अपने हाथ आगे बढ़ा दिए हैं।
सीआरपीएफ के जवानों ने प्रधानमंत्री राहत कोष देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा है कि हम सभी 1 दिन का अपना तनख्वाह राहत कोष में देंगे। इस तरह सीआरपीएफ की तरफ से प्रधानमंत्री राहत कोष में 33 करोड़ 81 लाख जमा कराए गए हैं।
सीआरपीएफ के कर्मचारी, प्रधानमंत्री राहत राष्ट्रीय कोष में 1 दिन के वेतन का योगदान करने का प्रयास किया गया। और कहा गया कि तुरंत योगदान किया जाए। और इसका खुलासा नहीं किया जाए उन्होंने इसके लिए सेवा और निष्ठा से मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया ।

कोरोना वायरस के चलते देश में पूरे लोगों की नींद चैन उड़ गया है। इसका प्रकोप इतना तेजी से बढ़ रहा है कि! उसका अंदाजा लगाना बहुत ही मुश्किल हो गया है. और प्रतिदिन हजारों की संख्या में इस संक्रमण से प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में सरकार उन लोगों की मदद करना चाहती है। जो इस महामारी के दौरान पीड़ित है इसलिए सरकार ने अपना एक राहत कोष बनाया है। जिसमें पूरे देश के कोई भी व्यक्ति सरकार के बनाया राहत कोष में राशि जमा कर सके। जिससे पीड़ित लोगों को सहयोग दी जाएगी।
भारत सरकार के द्वारा एक कोष बनाया गया है। जिसके राष्ट्रीय रक्षा प्रयासों को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। जिससे लोग नगद राशि जमा कर सकते हैं।रिफाइंड एक कार्यकारिणी समिति के प्रशासनिक नियंत्रण में किया जाता है। इसके साथ ही इस समिति के अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं। और रक्षा, वित्त,तथा गृह मंत्री, इसके सदस्य होते हैं। वित्त मंत्री इस कोष के कोषाध्यक्ष होते हैं।इसकी देखरेख के वित्त मंत्री के द्वारा ही किया जाता है। और जहां जरूरत पड़ती है वहां राशि दी जाती हैं।
साथ ही इस कोष का लेखा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) में रखा जाता है। इस कोर्स के लिए देश का कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन दान कर सकता है।
सरकार ने कहां है कि जो कोरोना वायरस से जो पीड़ित हैं। जो मजदूर है जो रोज बाहर निकल कर काम करके अपने रोजी रोटी का जुगाड़ करते हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें काम मिलना बंद हो गया है। जिससे सरकार उन्होंने राहत पैकेज का ऐलान किया है। इसमें गरीब मजदूर और किसान को सरकार ने राहत देने के लिए 1.70 करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया है।
सांसदों ने भी इस राहत कोष में अपने 1 महीने का सैलरी दान कर दिया है!
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखकर 1 महीने का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया है। वहीं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, ने भी राहत कोष देने के लिए मदद करते हुए अपनी 1 महीने की तनख्वाह प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दी। इसके अलावा संसदीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, ने भी अपनी 1 महीने की तनख्वाह प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा की। इसके अलावा कई सांसदों ने भी करोना प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री राहत कोष में अपने वेतन को दान किया।